आरक्षण का मसला फिर बहस में

यूपीएससी 2015 में टीना ढाबी (एससी/दलित) के अव्वल आने के बाद आरक्षण का मसला फिर बहस में है। लेकिन देश के 39 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दलित (एससी) और आदिवासी (एसटी) समुदाय की स्थिति कुछ और ही कहानी बयां करती है। आरटीआई के मुताबिक, इन विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर पद पर सिर्फ 33 एससी और 10 एसटी हैं। वहीं इन पदों पर सामान्य वर्ग के 1058 प्रोफेसर हैं। केंद्रीय विश्वविद्यालयों में सभी वर्गों के असिस्टेंट प्रोफेसर, असोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के 5987 पद खाली हैं। इनमें से 1273 प्रोफेसर के पद खाली हैं। आरक्षण होने के बाद भी एससी के 236 और एसटी के 114 प्रोफेसर पद खाली पड़े हैं।
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